Wednesday, March 30, 2011

]-अब हम भी तकनीक से होंगी रू-ब-रू-

-स्लम एरिया की ३० महिलाएं डीएवी गल्र्स कालेज में ले रही है कंप्यूटर की नि:शुल्क शिक्षा-


यमुनानगर। जब उंगलियां कंप्यूटर के की-बोर्ड पर चलती है, तो ऐसा लगता है मानो पूरी दुनिया उनके इर्द-गिर्द सिमट गई है। घरेलु कामकाज के चक्कर में पूरा दिन कब बीत जाता था, इसका अहसास भी नहीं हो पाता था। लेकिन अब कंप्यूटर सीख कर ऐसा लग रहा है, कि हम भी दुनिया के साथ कदम से कदम मिलकर चल रही है। यह कहना है कि स्लम एरिया में रहने वाली महिलाओं का। जो कि इन दिनों डीएवी गल्र्स कालेज में विमैन स्टडी सेंटर व कंप्यूटर विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित फ्री कंप्यूटर कोर्स कर रही है। तीन महीने तक चलने वाले इस कोर्स के दौरान महिलाओं को एमएस ऑफिस के अलावा कंप्यूटर की अन्य जानकारी दी जाएगी। ताकि वे इसके आधार पर नौकरी प्राप्त कर परिजनों की आर्थिक मदद कर सकें। 
हमीदा की रहने वाली ज्योति व मंजु ने बताया कि वे दिन भर घरेलु काम करती है। शाम को कंप्यूटर सीखने के लिए डीएवी गल्र्स कालेज पहुंच जाती है। जम्मू कालोनी निवासी लक्ष्मी व सोनिया का कहना है कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि वे एक दिन कंप्यूटर की शिक्षा ग्रहण करेंगी। कंप्यूटर शिक्षा ग्रहण करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि वे अपने बच्चों को इसके बारे में बता सकें और जरुरत पडऩे पर इसके बेस पर नौकरी प्राप्त करके परिवार को आर्थिक मदद दें सकें। महावीर कालोनी निवासी नीरू व रेशमा का कहना है कि आज के युग में हर किसी को तकनीकी ज्ञान की जानकारी होना बेहद जरुरी है। भले ही हम किसी कारणवश स्कूल नहीं जा पाई, लेकिन कालेज में कंप्यूटर शिक्षा ग्रहण कर उसकी कमी को दूर कर रही हैं। गंगा कालोनी निवासी पदामवती व प्रोफेसर कालोनी निवासी शालिनी का कहना है कि कालेज में नि:शुल्क कंप्यूटर शिक्षा ग्रहण कर उन्हें बढिय़ा लग रहा है।
कंप्यूटर विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर संजय भारद्वाज ने बताया कि तीन महीने तक चलने वाले कंप्यूटर कोर्स के दौरान महिलाओं को सबसे पहले बेसिक कंप्यूटर की जानकारी दी जाएगी। इसके बाद उन्हेें  एमएस वर्ड, एक्सेल, पावर प्वाइंट, इंटरनेट का यूज व ऑफिस विंडो की विस्तार से जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा उन्हें हिंदी व इंग्लिश टाइपिंग के बारे में भी बताया जाएगा। विमैन स्टडी सेंटर की इंचार्ज अर्चना रावत ने बताया कि कालेज में यह दूसरा कंप्यूटर  कोर्स शुरू किया गया है। इसके पहले ग्रामीण महिलाओं को कंप्यूटर की जानकारी दी गई है। कालेज प्रिंसिपल डा. सुषमा आर्य का कहना है कि ग्रामीण व स्लम एरिया की महिलाओं का कंप्यूटर शिक्षा प्रदान करने का मुख्य उद्देश्य उन्हें तकनीकी ज्ञान प्रदान करना है। ताकि वे भी समाज की मुख्य धारा से जुड़ सकें।

No comments:

Post a Comment