Tuesday, September 13, 2011

DAV College for Girls, Yamuna Nagar

- बिना द्रोण के ही हो रहे अर्जुन तैयार-
- गरिमा मलिक स्कवॉयड शिविर में लेगी भाग-
- सोनिया प्री नेशनल शिविर का बनेगी हिस्सा-


यमुनानगर। डीएवी गल्र्स कालेज में बिना द्रोण के अर्जुन तैयार हो रहे हैं। ऐसा हम नहीं कह रहे, बल्कि शुटिंग प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाली छात्राओं की उपलब्ध्यिां यह बयां कर रही है। कालेज की छात्रा गरिमा मलिक (पिस्टल शुटर) २८ सितंबर से छह अक्टूबर तक पुणे में आयोजित स्कवॉयड शिविर (इंटरनेशन में जाने से पहले की ट्रायल) में भाग लेने जा रही है। जबकि सोनिया राजपूत (राइफल शुटर) अहमदाबाद में ११ से २१ अक्टूबर तक आयोजित प्री नेशनल शिविर का हिस्सा बनेगी। तीनों खिलाडिय़ों की मानें तो इस गेम में आगे बढऩे के लिए उन्होंने बिना द्रोण के ही बुलंदियों को छूआ है। उन्हें उम्मीद है कि डीएवी गल्र्स कालेज में १४ व १५ सितंबर को आयोजित इंटर कालेज शुटिंग चैंपियनशिप में बेस्ट परफोर्म करेंगी।
बी-कॉम प्रथम वर्ष की छात्रा गरिमा ने बताया कि उसने वर्ष २०१० में फरीदाबाद में आयोजित इंटर स्कूल नेशनल शुटिंग चैंपियनशिप में गोल्ड, नवंबर २०१० में गवाहटी में आयोजित जीवी मावलंकर शुटिंग चैंपियनशिप में गोल्ड, अक्टूबर २०१० में फरीदाबाद में आयोजित स्टेट शुटिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुकी है। गरिमा की मानें तो शुरू में तो उसने शौक के तौर पर शुटिंग करनी शुरू की थी। लेकिन जब उसका इस खेल में रूचि बढ़ गई, तो उसने ज्यादा से ज्यादा समय इस खेल को देना शुरू कर दिया। गरिमा ने बताया कि स्कूल लेवल पर थोड़ा बहुत सीखाया गया है।
बीए-प्रथम वर्ष की छात्रा सोनिया राजपूत ने बताया कि अगस्त २०११ में दिल्ली में आयोजित हरियाणा स्टेट शुटिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीता है। स्कूल लेवल पर स्टेट में सिल्वर मेडल जीता है। उन्होंने बताया कि वह शुरू से ही शूटर बनाना चाहती थी। यही वजह है कि वह रोजाना ६ से ७ घंटे प्रैक्टिस करती है। उसे उम्मीद है कि वह अहमदाबाद में आयोजित शिवर में बेस्ट परफोरमेंस देगी और नेशनल में चयनित होकर लौटेगी।
बहुत महंगा है गेम-
शूटिंग में कैरियर बनाना इतना आसान नहीं है, जितना की लोग समझते है। इसके पीछे एक कारण यह भी है कि खेल बहुत महंगा है। क्योंकि इस खेल के लिए शुटिंग रेंज का होना बेहद जरुरी है। इसके अलावा प्रैक्टिस के लिए रोजना वैपन, टारगेट और पैलेट्स (गोलियां) की जरुरत होती है। यही वजह है कि आम घरों के बच्चें इस खेल में कैरियर बनाने से कतरा हैं। डीएवी गल्र्स कालेज के खेल विभाग की अध्यक्षा विभा गुप्ता ने बताया कि कालेज में शूटिंग की प्रेक्टिस करने वाली खिलाडिय़ों को सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया करवाई जाती है। उन्होंने बताया कि १० मीटर एयर राइफल के लिए एक विशेष प्रकार की डे्रस की जरुरत पड़ती है। जिसे कालेज ने किराए पर लेकर खिलाडिय़ों को मुहैया करवाया है।
सरकार दें ध्यान-
सारिका, नवनीत, सोनिया, सुजाता, गरिमा, सोनिया राजपूत, पारुल का कहना है कि सरकार को इस खेल की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए। ताकि छात्राएं इस क्षेत्र में अपना कैरियर बना सकें। अगर इस खेल के जिला स्तर पर कोचिज उपलब्ध होंगे, तो उन्हें सिखने में ज्यादा मदद मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि इस खेल की शूटिंग रेंज का भी प्रदेश में अभाव है। प्रदेश में तीन-चार जिलों में ही शूटिंग रेंज है। यह भी वजह है कि इस खेल को ज्यादा बढ़ावा नहीं मिल पा रहा है।

Monday, September 12, 2011

एक्सटेंशन लेक्चर का आयोजन

यमुनानगर। डीएवी गल्र्स कालेज में गांधी स्टडी सेंटर की ओर से एक्सटेंशन लेक्चर का आयोजन किया गया। जिसमें पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के गांधी स्टडी सेंटर के एसोसिएट प्रोफेसर डा. मुनीष शर्मा मुख्य वक्ता रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कालेज प्रिंसिपल डा. सुषमा आर्य ने की। मौके पर गांधी स्टडी सेंटर के कनवीनर एवं एसोसिएट प्रोफेसर मलकीत सिंह भी उपस्थित रहे।

डा. शर्मा ने रिलेवेंस ऑफ गांधीयन फिलोस्फी आन पीस विषय पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने ९/११ अमेरिका में हुए आतंकी हमले के संदर्भ में गांधी जी की शांति व अहिंसा की नीतियों के महत्व को उजागर किया। अमेरिका द्वारा आंतकवादियों को पकडऩे के लिए किए जा रहे अरबों डॉलरों के खर्चे की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि अगर यह पैसा विश्व में विकास के लिए खर्च किया जाता, तो विश्व में आंतकवाद की समस्या जड़ से खतम हो सकती थी। आंतकवाद की समस्या धर्म से संबंधित नहीं है, बल्कि इसकी ज्यादातर जड़ें सामाजिक समस्या व गरीबी में पाई जाती है। अगर शिक्षा के जरिए मानव चेतना को जगाने की कौशिश की जाए, तो आने वाले दिनों में आंतकवाद, हिंसा जैसी समस्याएं खतम हो सकती है। उन्होंने कहा कि अमेरिका द्वारा वल्र्ड टे्रड सेंटर पर हुए हमले के विडियो अभी तक रिलिज नहीं किए गए। जो वल्र्ड टे्रड सेंटर पर हुए हमले में आतंकवादी हाथ होने पर शंका खड़ी करते हैं। दूसरा अमेरिका द्वारा आंतकवादियों को पकडऩे के लिए चलाया गया अभियान आंतकवाद से ज्यादा अमेरिका की तेल अर्थव्यवस्था के हित में ज्यादा है। अमेरिका शस्त्रों व सेनाओं के बल पर जिस विश्व शांति की बात कर रहा है, वो वास्तव में शांति नहीं है। क्योंकि शांति और अहिंसा व्यक्ति के सीधे विरोध की जगह उसके मन में प्रवेश करती है।
डा. शर्मा ने कहा कि गांधी जी ने शंाति का असल मार्ग व्यक्ति के मन पर काबू पाने या उसे प्यार से बदलने को दर्शाया है। जो कि एक स्थाई शांति के लिए जरुरी है। उन्होंने यह भी बताया कि ११ सिंतबर १९०६ के दिन ही गांधी जी ने सत्याग्रह के जरिए विश्व में स्थाई रुप में शांति स्थापित करने के लिए आंदोलन शुरू किया था। इसलिए  ११ सितंबर के बाद हो रही हिंसा और विश्व शांति को समाप्त करने के लिए गांधी जी के विश्व शांति के बारे में प्रकट किए गए विचारों का विशेष महत्व है। डा. शर्मा ने स्लाइड के माध्यम से अमेरिकी हमले के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कालेज प्रिंसिपल डा. सुषमा आर्य ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम से विद्यार्थियों के ज्ञान में वृद्धि होती है। उन्होंने छात्राओं से आह्वान किया कि वे गांधी जी द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलकर अपने जीवन को सफल बनाएं। गांधी स्टडी सेंटर कनवीनर एसोसिएट प्रोफेसर मलकीत सिंह ने डा. मुनीष शर्मा का आभार व्यक्त किया। मौके पर शिखा सैनी, डा. शालिनी शर्मा, राजीव कुमार, मंदीप कौर, नैंसी सैनी उपस्थित रहे।


Friday, September 9, 2011

दिया बनी डीएवी कालेज रोट्रेक्ट क्लब की प्रेजीडेंट




यमुनानगर। शुक्रवार को डीएवी गल्र्स कालेज में रोट्रेक्ट क्लब के पदाधिकारियों का चुनाव रोटरी क्लब प्रेजीडेंट अतुल गुप्ता के देखरेख में हुआ। बीए अंतिम वर्ष की छात्रा दिया को डीएवी कालेज रोटे्रक्ट क्लब की प्रेजीडेंट नियुक्त किया गया है। जबकि बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा सुरभि को वाइस प्रेजीडेंट चुना गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता क्लब की को-ओडिनेटर आभा खेतरपाल ने की।
रोटेरियन अतुल गुप्ता ने कहा कि कालेज स्तर पर बनाया गया रोटे्रक्ट क्लब का मुख्य उद्देश्य छात्राओं की प्रतिभा को निखारना है। इसके अलावा उन्हें समाज की समस्याओं के बारे में विस्तार से अवगत कराना है। क्लब के जरिए छात्राएं लोगों की समस्याओं का समाधान कर सकती है। उन्होंने बताया कि रोटरी क्लब द्वारा समय-समय पर सामाजिक बुराइयों के खिलाफ मुहिम चलाई जाती है। ताकि लोगों में ज्यादा से ज्यादा जागरूकता आए। रोटरी कम्यूनिटी सर्विसिज इंचार्ज संगीता सिंघल ने कहा कि वह क्लब के साथ कालेज टाइम से जुड़ी हुई है। यही वजह है कि वह सामाजिक कार्यों में बढ़चढ़ कर भाग लेती हैं। रोटे्रक्ट क्लब की को-ओडिनेटर आभा खेतरपाल ने बताया कि इस वर्ष छात्राओं को हेल्थ अवेयरनेस, किशोर अवस्था में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य संबंधी जानकारी, खान-पान से होने वाली बीमारियां, सफाई इत्यादि के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। क्लब के पदाधिकारी व सदस्य पोलियो ड्राप कैंपेन में भाग लेकर जनसेवा करती हैं। उन्होंने बताया कि बीए अंतिम वर्ष की दिया को प्रेजीडेंट, बीए द्वितीय वर्ष की सुरभि को वाइस प्रेजीडेंट, बीए अंतिम वर्ष की जैसमीन को सेके्रटरी, बीए द्वितीय वर्ष की शिल्पी को ज्वाइंट सेक्रेटरी चुना गया। बीए अंतिम वर्ष की गुंजन को कम्यूनिटी सर्विसिज क्लब की डायरेक्टर नियुक्त किया गया। जबकि पल्लवी, ईशा, आंचल व जगजीत को इसमें शामिल किया गया। बीए अंतिम वर्ष की कशिश को एडिटर नियुक्त किया गया तथा आरती को कोषाध्यक्ष चुना गया। रोटेरियन क्लब में पिंकी, सोनिया, जसमीत, भावना, दिव्या, पूजा, स्वीटी, रूचि कृष्णा, मंजू, मंजीत, संदीप, शिवानी, आरती, अलका, कमल व करिश्मा को सदस्य नियुक्त किया गया। चुने गए सभी प्रतिनिधियों को रोटरी कम्यूनिटी सर्विसिज इंचार्ज संगीता सिंघल ने बैचिज लगाकर सम्मानित किया। मौके पर रोटरी क्लब यमुनानगर के प्रेजीडेंट रोटेरियन अतुल गुप्ता, वाइस प्रेजीडेंट अनिल कुमार, एडीटर संजय पाहुजा, विकास कुमार, सुमेर चंद उपस्थित रहे। 

Tuesday, September 6, 2011

डीएवी कालेज में स्टूडेंट्स व कल्चरल काउंसिल के पदाधिकारियों का चुनाव

-स्टूडेंट्स काउंसिल की प्रेजिडेंट बनी पूजा-
-सवि मगो को चुना गया कल्चरल काउंसिल प्रेजिडेंट-




यमुनानगर। डीएवी गल्र्स कालेज में स्टूडेंट्स व कल्चरल काउंसिल के पदाधिकारियों का चुनाव कालेज प्रिंसिपल डा. सुषमा आर्य की देखरेख में हुआ। सभी क्लासिज के सीआर (क्लास रिपे्रजंटेटिव) ने अपने मतों का प्रयोग कर प्रतिनिधियों का चुनाव किया। बी-कॉम अंतिम वर्ष की छात्रा पूजा को स्टूडेंट्स काउंसिल का प्रेजिडेंट चुना किया गया। जबकि बीए मॉस कम्यूनिकेशन अंतिम वर्ष की छात्रा सवि मगो कल्चरल काउंसिल की प्रेजिडेंट बनी। कालेज प्रिंसिपल ने दोनों काउंसिल के पदाधिकारियों को बैचिज लगाकर सम्मानित किया।
डा. आर्य ने कहा कि कालेज में छात्राओं को बेस्ट इंफ्रास्ट्रक्चर देने की कौशिश की जाती है। यही वजह है कि कालेज का नाम हरियाणा ही नहीं अपितु पूरे देश में है। उन्होंने छात्राओं से आह्वान किया कि वे खुद की पहचान बनाए। ताकि वे कालेज व अभिभवकों का नाम रोशन कर सकें। डा. आर्य ने कहा कि छात्राएं स्टूडेंट्स काउंसिल के प्रेजिडेंट के जरिए अपनी समस्याएं उनके समक्ष रख सकती है। ताकि जल्द से जल्द उनका समाधान किया जा सकें। उन्होंने कहा कि प्रेजिडेंट का दायित्व है कि वह समय-समय पर छात्राओं को कालेज के रूल्स के बारे में अवगत कराएं तथा उनसे अनुशासन में रहने का आह्वान करें। किसी भी स्टूडेंट के प्रति भेदभाव का व्यवहार न किया जाए। सभी क्लासिज के सीआर ने अपने मतों का प्रयोग कर बी-कॉम अंतिम वर्ष की पूजा को स्टूडेंट काउंंसिल का प्रेजिडेंट चुना। जबकि आर्ट फैक्लटी से बीए अंतिम वर्ष की शालू, कॉमर्स फैक्लटी से बी-कॉम द्वितीय वर्ष की सोनम व साइंस फैक्लटी से बीएससी फैशन डिजाइनिंग द्वितीय वर्ष की प्रियंका मलिक को वाइस प्रेजिडेंट चुना गया। आर्ट फैक्लटी से एमए फाइनल ईयर की मोनिका, कॉमर्स फैक्लटी से बी-कॉम द्वितीय वर्ष की कृतिका, साइंस फैक्लटी से एमएससी अंतिम वर्ष की ज्योत्सना को सेक्रेटरी चुना गया। ज्चाइंट सेक्रेटरी पद पर आर्ट फैक्लटी से बीए द्वितीय वर्ष इक्नोमिक्स ऑनर्स की दिपाली, साइंस फैक्लटी से बीएससी प्रथम वर्ष की वर्षा कौशिक व कॉमर्स फैक्लटी से रिया को चुना गया। स्टूडेंट्स काउंसिल प्रेजिडेंट पूजा ने कहा कि कालेज की छात्राओं ने उसे जो जिम्मेदारी दी है, वह ईमानदारी से उनका निर्वहन करेगी। मौके पर दिव्या त्रिपाठी, रवि बाटला, किरण, विवेक नरुला उपस्थित रहीं।
-सवि मगो बनी कल्चरल काउंसिल प्रेजिडेंट-
कल्चरल काउंसलिंग में बीए मॉस कम्यूनिकेशन अंतिम वर्ष की छात्रा सवि मगो को प्रेजिडेंटचुना गया। जबकि बीएससी फैशन डिजाइनिंग की प्रियंका को वाइस प्रेजिडेंट, बीए मॉस कम्यूनिकेशन अंतिम वर्ष की कृति शर्मा को सेक्रेटरी नियुक्त किया गया। बी-कॉम सेकेंड ईयर की डोली को ज्वाइंट सेके्रटरी नियुक्त किया गया। दिशा त्यागी, तरुण, मल्लिका, उषा, नेहा राणा, सुखमन, तरनजोत, सोनिया, दिव्या, अनु शर्मा, हर्षा, शिवानी कांबोज, तवनीत, शालू, अंजू, किरन को सदस्य नियुक्त किया। कल्चरल काउसिंल को-ओडिनेटर एवं संगीत विभागाध्यक्षा डा. नीता द्विवेदी ने कहा कि कालेज की छात्राएं कल्चरल में राष्ट्रीय स्तर पर कालेज का नाम रोशन कर चुकी है। जो कि कालेज के लिए गर्व की बात है। सवि मगो ने कहा कि उसे जो जिम्मेदारी सौंपी गई है,उसका वह ईमानदारी से निर्वहन करेंगी।

Friday, August 19, 2011

सोशल नेटवर्किंग के जरिए अन्ना को सपोट

जगाधरी। करप्शन के अंगेस्ट आवाज बुलंद करने वाले ७४ वर्षीय अन्ना हजारे को सपोट करने के लिए ट्विन सिटी का यूथ भी आगे आ रहा है। यूथ न केवल सडक़ों पर उतर कर समर्थन कर रहा है, बल्कि सोशल नेटवर्किंग साइट और मोबाइल मैसेजिंग के जरिए भी भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए आवाज बुलंद कर रहा है। यूथ ने अपने लिंक में कहा है कि जब देशवासी अंग्रेजों के गुलाम थे, तो गांधी जी ने अपनी आवाज बुलंद कर आजादी दिलवाई थी। आज के समय लोग भ्रष्टाचार के गुलाम बन गए हैं, इसके लिए अन्ना आवाज उठा रहे हैं। देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करवाने के लिए लोग भारी संख्या में इस मुहिम में शामिल हो रहे हैं।
करप्शन को खतम करने के लिए शुरू हुई अन्ना हजारे की मुहिम को सफल बनाने के लिए युवाओं ने सोशल नेटवर्किंग साइट के जरिए अपने संदेश लोगों तक पहुंचाने शुरू कर दिए हैं। युवाओं को इन दिनों साइबर कैफों में अन्ना हजारे के सपोट में सोशल साइट्स पर लिखते हुए देखा जा सकता है। मॉडल टाउन निवासी विनित कुमार, अन्नया, सवि मगो, प्रीति चौहान, कृति शर्मा का कहना है कि उन्होंने अपने साइट पर अन्ना हजारे की सपोट में मैसेज लिखा हुआ है। जिसे पढक़र अधिकांश लोग अपने कमेंट्स दे रहे हैं। साथ ही लोग इस मुहिम से जुड़ रहे हैं। डीएवी गल्र्स कालेज की पूजा  पांडे, हिना कपूर व रिचा ने बताया कि जब तक युवा आगे नहीं आएंगे, तब तक भ्रष्टाचार को खतम नहीं किया जा सकता। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू हुई मुहिम में अपना सहयोग दें। उक्त छात्राओं ने अपनी सोशल साइट पर अन्ना हजारे के समर्थन में नोट्स लिखे हैं। एमएलएन कालेज की प्रियंका, सोनम, आकृति का कहना है कि अधिक से अधिक लोगों तक मैसिज पहुंचने के लिए सोशल नेटवर्किंग सबसे बढिय़ा माध्यम है। 
 मोबाइल से मैसिजिंग-
यूथ एक-दूसरे को मोबाइल मैसिजिंग के थ्रू भी अन्ना हजारे के सपोट में जुडऩे की बात रख रहे हैं। साथ ही यह भी एडवाइज कर रहे हैं कि इन मैसिजिज को अपने सभी पहचानवालों को फारवर्ड करो। जिससे अन्ना का समर्थन बढ़ता जाए। जगाधरी के महाराजा अग्रसेन कालेज के विद्यार्थी विवेक, सौरभ व अभिनव ने बताया कि जब से अन्ना ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम छेड़ी है, तब से अभी तक उन्होंने ५०० से ज्यादा लोगों को मैसिज के जरिए इस मुहिम से जुडऩे का आह्वान किया है। एमएलएन कालेज की श्रुति, संध्या व अश्विनी का कहना है कि उन्होंने अपने मोबाइल में मैसिज फ्री पैक डलवाया हुआ है। जिसका फायदा अब मिल रहा है। वे अपने जानकारों को अधिक से अधिक मैसिज कर अन्ना हजारे की मुहिम से जुडऩे का अग्रह कर रही हैं।

Wednesday, June 15, 2011

नि:शुल्क कंप्यूटर लिट्रेसी कोर्स पूरा होने पर बांटें प्रमाण पत्र

 यमुनानगर। डीएवी गल्र्स कालेज के विमैन स्टडी सेंटर व कंप्यूटर साइंस विभाग के संयुक्त तत्वावधान में ग्रामीण व स्लम एरिया की महिलाओं के लिए आयोजित नि:शुल्क तीन महीने का कंप्यूटर लिट्रेसी कोर्स बुधवार को संपन्न हो गया। इस अवसर पर कंप्यूटर विभाग के अस्टिेंट प्रोफेसर संजय भारद्वाज व विमैन स्टडी सेंटर की प्रोजेक्ट ऑफिसर अर्चना रावत ने प्रतिभागियों को प्रमाण  पत्र वितरित किए। कोर्स के दौरान प्रतिभागियों को कंप्यूटर की बेसिक व इंटरनेट संबंधी जानकारी मुहैया करवाई गई।
संजय भारद्वाज ने बताया कि डीएवी गल्र्स कालेज में १४ मार्च को नि:शुल्क कंप्यूटर लिट्रेसी कोर्स की शुरूआत की गई थी। तीन महीने तक चलने वाले इस कोर्स में ग्रामीण क्षेत्र से आई लड़कियों व महिलाओं को एमएस वर्ड, एमएस एक्सल, एमएस ऑफिस, पावर प्वाइंट व इंटरनेट की विस्तार से जानकारी दी गई। कोर्स के दौरान बीच-बीच में सिलेब्स के मुताबिक टेस्ट आयोजित किए गए, ताकि पता लगाया जा सकें कि उन्हें कंप्यूटर संबंधी कितनी जानकारी मिल रही है। उन्होंने बताया कि कोर्स के दौरान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर देवेंद्र कुमार व रूची ने महिलाओं व लड़कियों को कंप्यूटर संबंधी जानकारी दी। जहां पर उन्हें कंप्यूटर संबंधी दिक्कतें आई, उसका तुरंत समाधान किया गया। स्टडी सेंटर की प्रोजेक्ट ऑफिसर अर्चना रावत ने बताया कि कोर्स के दौरान कुछ ऐसी महिलाएं भी थी, जो ज्यादा पढ़ी लिखी नहीं थी। बावजुद इसके उन्होंने कंप्यूटर शिक्षा ग्रहण की। उन्होंने बताया कि कोर्स में ३० लड़कियों व महिलाओं ने भाग लिया। 
कालेज में अगला बैच पहली अगस्त से शुरू किया जाएगा। तीन महीने तक चलने वाले इस कोर्स में महिलाओं व लड़कियों को नि:शुल्क कंप्यूटर की शिक्षा मुहैया करवाई जाएगी। कालेज प्रिंसिपल डा. सुषमा आर्य का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को नि:शुल्क कंप्यूटर शिक्षा देने का मुख्य उद्देश्य उन्हें नई तकनीक से अवगत करना है। इसके अलावा उन्हें जानकारी मिल सकें कि वे इंटरनेट व कंप्यूटर का इस्तेमाल डेली लाइफ में किस प्रकार से कर सकती हैं। कंप्यूटर व इंटरनेट का इस्तेमाल कर ग्रामीण महिलाएं खुद को अपडेट रख सकती हैं।

Monday, May 2, 2011

सेवानिवृति पर दी विदाई

बिलासपुर। शनिवर को राजकीय माध्यमिक विद्यालय कपूरी कलां में कला अध्यापक पंडित मेघनाथ शर्मा को उनकी सेवानिवृति पर स्टाफ सदस्यों ने विदाई पार्टी दी। जिसमें स्कूल के सभी शिक्षकों व पंडित मेघनाथ शर्मा के परिजनों ने भाग लिया। विदाई समारोह के दौरान स्कूल के सभी शिक्षक व विद्यार्थी भाव विभोर हो गए।
स्कूल के हेड मास्टर अशोक शर्मा ने कहा कि पंडित मेघनाथ शर्मा हमारी स्कूल की टीम के सचिन तेंदूलकर रहे हैं। जब भी जरुरत पड़ती उन्होंने सभी मोर्चें संभाले हैं। स्कूल में अंदर उन्होंने डिस्पिलीन को मेंटेन किया हुआ था। स्कूल में बच्चों व शिक्षकों के बीच अगर कोई विवाद होता, तो उसे निपटाने में जज की भूमिका अदा करते थे और छानबीन करने के बाद सही निर्णय देते थे। शर्मा की विदाई के उपरांत उन्हें काफी हानि उठानी पड़ेगी, क्योंकि उनकी कमी को कोई पूरा नहीं कर सकता । अरुण शास्त्री ने कहा कि शर्मा जी बहु प्रतिभा के धनी है। जहां वे धार्मिक कार्यक्रमों में बढ़चढ़ कर भाग लेते हैं, वहीं उन्हें लेखन व गायन का भी शौक है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार ने भगवान श्रीराम ने १४ वर्ष का वनवास काट कर राक्षसों का संहार किया था, उसी प्रकार से पंडित मेघनाथ शर्मा ने कपूरी कला के स्कूल में १४ वर्षों के दौरान अंधकार व अज्ञान रूपी राक्षसों का संहार कर विद्यार्थियों में विद्या की जोत प्रज्ज्वलित की। उनके सरल स्वभाव की वजह से उनकी स्मृतियां ताउम्र उनके दिलों में विद्यमान रहेंगी। हरियाणा राज्य अध्यापक संघ के प्रधान बलदेव ने कहा कि शर्मा जी ने कभी भी काम से जी नहीं चुराया और अपनी मेहनत के बल पर स्कूल को नई बुलंदियों पर पहुंचाया है। सेवानिवृत अध्यापक रविदत्त ने पंडित मेघनाथ शर्मा को बधाई दी और उनकी लंबी आयु की कामना की। पंडित मेघनाथ शर्मा ने कहा कि विद्यालय में शिक्षण कार्य करते समय उन्हें अपने सहयोगियों से जो स्नेह मिला है, इसके लिए वे उनके ऋणी है। विदाई समारोह के दौरान पंडित मेघनाथ शर्मा ने आंखों को  नम करने वाली एक कविता प्रस्तुत की। जिसे सुनकर वहां मौजुद सभी की आंखें नम हो गई। उन्होंने कहा कि विदाई चाहे कैसी भी हो, वह कष्टदायक होती है। लेकिन उन्हें इस बात की खुशी है कि उन्होंने करीब ३० साल तक शिक्षा विभाग में नौकरी की है। मौके पर साइंस अध्यापिका मनविंद्र कौर, हरजिंद्र, पीटीआई हितेंद्र, रामसिंह, हंसराज, अनिल कुमार, रामकुमार,  राकेश गुप्ता, पंडित मेघनाथ शर्मा की धर्मपत्नी निर्मल शर्मा, बेटी शैलजा व प्रवेश, बेटा योगेश कुमार व अन्य लोग उपस्थित रहें।