यमुनानगर। डीएवी गल्र्स कालेज के विमैन स्टडी सेंटर व कंप्यूटर साइंस विभाग के संयुक्त तत्वावधान में ग्रामीण व स्लम एरिया की महिलाओं के लिए आयोजित नि:शुल्क तीन महीने का कंप्यूटर लिट्रेसी कोर्स बुधवार को संपन्न हो गया। इस अवसर पर कंप्यूटर विभाग के अस्टिेंट प्रोफेसर संजय भारद्वाज व विमैन स्टडी सेंटर की प्रोजेक्ट ऑफिसर अर्चना रावत ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। कोर्स के दौरान प्रतिभागियों को कंप्यूटर की बेसिक व इंटरनेट संबंधी जानकारी मुहैया करवाई गई।
संजय भारद्वाज ने बताया कि डीएवी गल्र्स कालेज में १४ मार्च को नि:शुल्क कंप्यूटर लिट्रेसी कोर्स की शुरूआत की गई थी। तीन महीने तक चलने वाले इस कोर्स में ग्रामीण क्षेत्र से आई लड़कियों व महिलाओं को एमएस वर्ड, एमएस एक्सल, एमएस ऑफिस, पावर प्वाइंट व इंटरनेट की विस्तार से जानकारी दी गई। कोर्स के दौरान बीच-बीच में सिलेब्स के मुताबिक टेस्ट आयोजित किए गए, ताकि पता लगाया जा सकें कि उन्हें कंप्यूटर संबंधी कितनी जानकारी मिल रही है। उन्होंने बताया कि कोर्स के दौरान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर देवेंद्र कुमार व रूची ने महिलाओं व लड़कियों को कंप्यूटर संबंधी जानकारी दी। जहां पर उन्हें कंप्यूटर संबंधी दिक्कतें आई, उसका तुरंत समाधान किया गया। स्टडी सेंटर की प्रोजेक्ट ऑफिसर अर्चना रावत ने बताया कि कोर्स के दौरान कुछ ऐसी महिलाएं भी थी, जो ज्यादा पढ़ी लिखी नहीं थी। बावजुद इसके उन्होंने कंप्यूटर शिक्षा ग्रहण की। उन्होंने बताया कि कोर्स में ३० लड़कियों व महिलाओं ने भाग लिया।
संजय भारद्वाज ने बताया कि डीएवी गल्र्स कालेज में १४ मार्च को नि:शुल्क कंप्यूटर लिट्रेसी कोर्स की शुरूआत की गई थी। तीन महीने तक चलने वाले इस कोर्स में ग्रामीण क्षेत्र से आई लड़कियों व महिलाओं को एमएस वर्ड, एमएस एक्सल, एमएस ऑफिस, पावर प्वाइंट व इंटरनेट की विस्तार से जानकारी दी गई। कोर्स के दौरान बीच-बीच में सिलेब्स के मुताबिक टेस्ट आयोजित किए गए, ताकि पता लगाया जा सकें कि उन्हें कंप्यूटर संबंधी कितनी जानकारी मिल रही है। उन्होंने बताया कि कोर्स के दौरान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर देवेंद्र कुमार व रूची ने महिलाओं व लड़कियों को कंप्यूटर संबंधी जानकारी दी। जहां पर उन्हें कंप्यूटर संबंधी दिक्कतें आई, उसका तुरंत समाधान किया गया। स्टडी सेंटर की प्रोजेक्ट ऑफिसर अर्चना रावत ने बताया कि कोर्स के दौरान कुछ ऐसी महिलाएं भी थी, जो ज्यादा पढ़ी लिखी नहीं थी। बावजुद इसके उन्होंने कंप्यूटर शिक्षा ग्रहण की। उन्होंने बताया कि कोर्स में ३० लड़कियों व महिलाओं ने भाग लिया।
कालेज में अगला बैच पहली अगस्त से शुरू किया जाएगा। तीन महीने तक चलने वाले इस कोर्स में महिलाओं व लड़कियों को नि:शुल्क कंप्यूटर की शिक्षा मुहैया करवाई जाएगी। कालेज प्रिंसिपल डा. सुषमा आर्य का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को नि:शुल्क कंप्यूटर शिक्षा देने का मुख्य उद्देश्य उन्हें नई तकनीक से अवगत करना है। इसके अलावा उन्हें जानकारी मिल सकें कि वे इंटरनेट व कंप्यूटर का इस्तेमाल डेली लाइफ में किस प्रकार से कर सकती हैं। कंप्यूटर व इंटरनेट का इस्तेमाल कर ग्रामीण महिलाएं खुद को अपडेट रख सकती हैं।
बहुत उपयोगी जानकारी है। परमेश जी।
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